छोटी बच्ची

सबसे पहले एक आंख की आउटलाइन बनाई। फिर उसे तैयार किया। यह पूरा चित्र पेंसिल की सहायता से बनाया गया है। मैंने पाया कि मुझे पेंसिल से तस्वीर बनाने में सहजता होती है।

मैंने हमेशा महसूस किया कि मैं आंखों को जीवित करने की कोशिश कर सकता हूं। इस चित्र में यह लड़की ध्यान से किताब पढ़ रही है। उसकी निगाह किताब में है। उसके होठ काफी सुन्दर लगते हैं। हालांकि ऐसा बनाने में मैंने ज्यादा वक्त खर्च नहीं किया।

लड़की के बालों की उलझन ने चित्र को शानदार बना दिया। उसके बाल कई जगह घुमाव लिए हैं। मैंने इसपर काफी बारीकी से काम किया है। एक-एक बाल को तसल्ली से बनाया गया है।

किताब को इस तरह हाथों में समाया है कि लड़की को उसे थामने में कोई परेशानी नहीं है। काफी वक्त बाद उंगलियां ठीक-ठाक बन पायी है। मैं उंगलियां बनाते समय दुविधा में पड़ जाता था। इसका एक कारण शायद यह भी रहा हो कि मैं पहले ऊपर का हिस्सा बनाता हूं, बाद में बाकी हिस्से।

इस चित्र को देखकर मुझे शुभी की याद आती है। वैसे शुभी एक हंसमुख, चंचल और गोलमटोल लड़की है।

-harminder singh

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