चित्र कई दिन बाद फिर से बनाने का मन किया। इस बार सोचा कि किसी महिला की तस्वीर बना दी जाय।
मुझे नहीं लगता कि मेरे जैसा व्यक्ति बिना चित्र बनाये एक महीने में रह सकता है। शायद महीने में कुछ चित्र जरुर बना देता हूं। उस दिन यह चित्र रात में बना दिया।
खाली बैठा था, सोचा कि चलो आज कुछ उकेर दो। हाथ में स्कैच लिया और शुरु हो गया।
-harminder singh
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