टीना
ये चेहरा ज्यादा अजीब नहीं है। इसमें कल्पनाएं ही हैं क्योंकि इसे किसी लड़की की कल्पना करके ही बनाया गया है। मगर यह चित्र अधूरा है।
मुझे राम की टीना के बारे में याद आया। राम को लगता है कि वह टीना को पहले से नहीं, बहुत पहले से जानता है। शायद टीना जब इसे पढ़े तो उसे अजीब लगे। राम कहता है कि लोग इसलिए मिलते हैं, क्योंकि पिछले जनमों में जो बातें अधूरी रह गयी थीं, वे शायद इस जन्म में पूरी हो जाएं।
अंजलि बूढ़ी काकी को भी अच्छी लगती है। राम की खुशी के लिए मैंने टीना का चित्र बनाने की कोशिश की। वैसे राम ने एक बार अंजलि और राहुल से पूछा था कि टीना दिखने में कैसी है। खैर, जैसी भी हो, मैंने उसने बनाने की कोशिश की है। चाहें टीना को यह बुरा लगे या भला। मैं साफ कहता हूं।
मुझे टीना के कमेंट का इंतजार रहेगा।
-harminder singh
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